Which oxidizer is used in Rocket?
Which oxidizer is used in Rocket?
एक ऑक्सीकारक ( oxidizer ) एक प्रकार का रसायनिक पदार्थ है जिसकी जरूरत एक ईंधन को जलने के लिए होती है। पृथ्वी पर तो हरेक ज्वलन क्रिया हेतु ऑक्सीजन ही प्रयुक्त होती है जो की वातावरण में उपलब्ध है ही। लेकिन अन्तरिक्ष में कोई वायुमंडल नही है जिससे कि ऑक्सीजन या कोई अन्य ऑक्सीकारक मिल सके अतः राकेट को अपने साथ ही ऑक्सीकारक पदार्थ ले जाने पड़ते हैं। सामान्यत: ये ईंधन वाले टैंक से दुसरे टैंक में ले जाए जाते हैं जिससे कि इनका व् ईंधन का एक विशेष अनुपात टैंकों से बाहर आ सके तथा राकेट को अच्छा प्रणोदन मिल सके।
राकेट का सिद्धांत न्यूटन के तीसरे नियम पर पूर्णतया आधारित है। राकेट को आगे भेजने के लिए कोई चीज़ तो पीछे जानी चाहिए । इसे चीज़ को प्रणोदक (propellant) कहते हैं।
बहुधा, प्रणोदक (propellant) एक प्रकार का ईंधन ही होता है जिसे ऑक्सीकारक के साथ इसलिए जलाया जाता है जिससे किगर्म गैसें बहुतायत में निकल सकें। तथा राकेट को एक अच्छा thrust मिल सके। कभी कभी प्रणोदक को जलाने के बजाय सीधे ही राकेट से बाहर निकाला जाता है क्यूंकि अच्छा thrust मिलता है। ऐसा अधिकतर आयन प्रणोदन ( ion propulsion) में होता है जिसमे कि प्रणोदक विद्युत आवेशित परमाणुओं से बना होता है और इन्हें चुंबकीय प्रभाव से स्पेसक्राफ्ट के पिछले हिस्से से बाहर निकाल दिया जाता है।
जेट प्रणोदक और राकेट प्रणोदक में मुख्य अंतर यह है कि राकेट में प्रणोदन हेतु ऑक्सीकारक पदार्थ साथ ले जाने पड़ते हैं परन्तु जेट में ऐसा नही है क्यूंकि जेट वायुमंडल में उपस्थित वायु का ही इस्तेमाल करता है। परन्तु राकेट अन्तरिक्ष में जाते हैं और अन्तरिक्ष में वायु है नही इसलिए राकेट के साथ ऑक्सीकारक भेजने पड़ते हैं।
राकेट के प्रणोदकों के अंतर्गत वे सभी ईंधन व ऑक्सीकारक आते हैं जिन्हें की राकेट प्रणोदन हेतु अपने साथ लेकर जाता है। इन ईंधनों व् ऑक्सीकारकों की एक बहुत बड़ी वैरायटी उपलब्ध है क्यूंकि इनमे से प्रत्येक की अपनी विशेषताएं/कमियाँ होती हैं।उदाहरण के लिए, क्रायोजेनिक प्रणोदक एक बेहतरीन specific impulse देते हैं परन्तु उन्हें हैंडल करना कठिन होता है ।क्यूंकि यह उच्च specific impulse ईंधन की प्रति ईकाई व्यय में thrust की दक्षता में वृद्धि करती है।लेकिन कम घनत्व होने के कारण इन ले जाने के लिए एक बड़ा टैंक चाहिए।
कुछ महत्वपूर्ण ऑक्सिकारक इस प्रकार हैं–
नाम— रासायनिक सूत्र
द्रवित फ्लोरीन — F2
हाइड्राजीन — N2H2
द्रवित हाइड्रोजन — H2
MMH — CH3NHNH2
नाइट्रोजन टैट्राऑक्साइड — N2O4
द्रवित ऑक्सीजन — O2
RP-1 — हाइड्रोकार्बन CH
UDMH — (CH3)2NNH2
पानी— H20
तथा कुछ अन्य अमीनो यौगिक।
COURTESY Mr SHIV KISHOR